शुक्रवार, 30 जुलाई 2010

कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन

ये मेरे छितरे चिट्ठे शायद ही कोई पढ़ने आयेगा। सन् २००४ में काफी जोश के साथ शुरुवात की थी जो २००८ तक धार से बूंद बन गयी..  २०१० में ब्लॉगर ने कुछ नयी चीज़े डाली तो सोचा चलो एक आध चिट्ठा तो डाल ही दें। अगर आप ये पढ़े तो टिप्पणी के जरिये प्रोत्साहित करें।

सोमवार, 16 जून 2008

अग्निलोमड़ी ३.० – क्या बात है

आज मैंने FireFox 3.0 RC3 डाउनलोड किया… क्या गज़ब की रफ्तार है इसकी। ना केवल IE 7 पर FF 2.0 को भी सरासर मात दे रही है यह लोमड़ी। ऐसा क्या डाला है भई मोझ्झिल्ला नें इसमें? या माही के शब्दों में कहैं तो – किस तबेले का दूध पिलाया है इसे।

असल बात तो यह है की मैं FF 3.0 पर जाने से कतरा रहा था क्योंकी वोह Tab Sidebar नहीं चला पाता है और उसके बिना मैं FF पर काम नही कर सकता हूँ। पर आज मुझे उससे भी शक्तिशाली add-on मिला – Showcase, भई मज़ा आ गया। आप भी शायद प्रयोग करें और बतायें कैसा लगा।

मंगलवार, 10 जून 2008

विन्डोज़ लाईव राईटर

भई, कमाल है… काफी दिनों से चिट्ठाजगत से जुदा हूँ और यहाँ कितना कुछ बदल गया है।

मंगलवार, 15 अगस्त 2006

वाह...क्या बात है

माईक्रोसोफ्ट ने नया सोफ्टवेयर निकाला है - विन्डोज़ लोईव राईटर जो चिट्ठे विज़ीविग (WYSIWYG) में लिखने देता है। शायद चिट्ठाकारी का नया जोश आ जाये

बुधवार, 2 जून 2004

इंद्र की नगरी इंदौर

इंदौर आने के मौके बार बार नहीं लगते, खासकर जब इंदौर में सोफ्टवैयर कंपनीयाँ ज्यादा नहीं हैं। तो जब माईक्रोसोफ्ट ने MSDN यात्रा का न्योता दिया तो तुरंत झपट लिया। ईस बार .NET interoperability पर session है। फिर कुछ दिन छुट्टिया और मित्रों के साथ पुराने दिनों की याद ताज़ा करना। और उसके पश्चात वापस मुंबई पहुँच कर कोल्हू के बैल जैसे वापस जुत जाना।

मंगलवार, 13 अप्रैल 2004

हिन्दी ब्लॉगजगत में सन्नाटा

लगता है की शुरूवाती उत्साह के बाद हिन्दी जगत में सन्नाटा सा छा गया है| आशा करता हूँ की ये गरमीयों की छुट्टीयों की वजह से है ना की उत्साह की कमी से|
कल किसी मित्र की मदद करते हुए पाया की windows xp जहाँ हिन्दी तो दिखाता है MSN Messenger में, वहीं गुजराती की जगह सिर्फ बक्से दिखाता है| पता चला की Arial Unicode MS फोन्ट बदलने पर ही चलता है| ऐसा क्यूँ ? किसी को मालूम हो तो बतायें|
यहे शायद गुजराती में ना दिखे - કેમ છૌ? મજા મા છૌ?

बुधवार, 7 अप्रैल 2004

ऐक चिड़िया

80 के दशक में बडे होते हुए दूरदर्शन का आगमन अभी भी याद है| 1982 मैं एशियाड खेलों का प्रसारण इंदौर में पहली बार दूरदर्शन को नगरी में लाया था| उसके पहले बंबई यात्राओं का दौरान श्नेत-वर्ण टीवी पर चित्रहार देखा करते थे| कुछ समय बाद दूरदर्शन के जनहित संदेश प्रसारित होने लगे, खासकर देश की एकता पर क्या आपको याद है? http://mmslb.eonstreams.com/recreate/cdaudio/wm/1194_ek_anek_aur_ekta_56k.wmv

मंगलवार, 6 अप्रैल 2004

ईश्तहार रहित ब्लॉग

कुछ समय से ईस ब्लॉग पर ब्लॉगर का ईश्तहार नहीं दिख रहा है| यह उन्ही ब्लॉग्स पर होता है जो मुफ्त नहीं है| ईसका कारण है की ऐक और बॉडी टैग जौ की commented है|

शनिवार, 3 अप्रैल 2004

orkut और हिन्दी ब्लॉगर्स

कुछ समय से मैं orkut के नैटवर्क पर हूँ| मेरे स्वीडन के ऐक मित्र हैनरिक को आमंत्रित किया जोकि भारतप्रेमी है| उन्होनें आते से ही इंडिया और इंडियन फूड communities में खुद को जोड लिया| उसके बाद मेरे मन में विचार आया की क्यो ना सभी हिन्दी ब्लॉगर्स को न्योता दिया जाए orkur पे आने का| समस्या यह है की orkut पर आप स्वयं आमंत्रित नहीं कर सकते है| अगर आप कोई हिन्दी ब्लॉगर्स की community join करना चाहे तो कृपया मुझे आपका विपत्र दे ताकि मैं आमंत्रण भेज सकूँ|