लगता है की शुरूवाती उत्साह के बाद हिन्दी जगत में सन्नाटा सा छा गया है| आशा करता हूँ की ये गरमीयों की छुट्टीयों की वजह से है ना की उत्साह की कमी से|
कल किसी मित्र की मदद करते हुए पाया की windows xp जहाँ हिन्दी तो दिखाता है MSN Messenger में, वहीं गुजराती की जगह सिर्फ बक्से दिखाता है| पता चला की Arial Unicode MS फोन्ट बदलने पर ही चलता है| ऐसा क्यूँ ? किसी को मालूम हो तो बतायें|
यहे शायद गुजराती में ना दिखे - કેમ છૌ? મજા મા છૌ?
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