राज चौधुरी ने आज बताया की उनका हिन्दी.नैट कम्पाईलर लगभग पूर्ण हो गया है| आशा करता हूँ की वे ऐक प्रति शीघ्र ही beta-testing का लिये भेजेंगे| देखना यह है की वे इसे C# या VB.NET के तर्ज़ पर बनाते हैं| क्योंकि उनके और मेरे बीच इसी बात को लेकर द्बंद होता आया है| इतना ही नहीं, माइक्रोसोफ्ट ने ऐक सेमिनार में हम दोनों को ऐक ही साथ ऐक ही मंच पर खडा कर C# और VB.NET के बीच सेशन करवाया था की कौनसी लैंग्वेज ज्यादा अच्छी है| बडा मज़ा आया था उस वाक् युद्ध में|
शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2004
बुधवार, 25 फ़रवरी 2004
शुद्ध हिन्दी
जब से मैंने हिन्दी चिट्ठाकारी शुरू की है, कई मित्रों का कहना यह है की चिट्ठों का स्तर बहुत ऊँचा है (हालांकी मेरा मानना यह है की 20 साल के अंग्रेज़ी माहौल के बाद मेरी हिन्दी का स्तर गिर गया है) | मुझे मेरे ऐक दोस्त का चुटकुला याद आता है:
हिन्दी की परीक्षा देकर विद्यार्थी कक्षा से निकला और अपनी साईकल निकाली तो पता चला की पहियें में हवा नहीं है| वह अपनी साइकल घसीटता हुआ पञ्चर की दुकान पे पहुचा| उसने टेमरू ( इंदौरी शब्द - पञ्चर की दुकान पर बैटने वाले बालकों के लिये) से शुद्ध हिन्दी में कहा - "हे पवनठूसर, मेरी मानवचालित द्विचक्री वाहनी के द्वितीय चक्र में से पवन का पलायन हो चुका है, अतः आप से करबद्ध होकर निवेदन है की आप अपने पवनठूसक यंत्र से तनिक पवन का प्रवेश करायें|"
टेमरू ने जवाब दिया - "हट्टे कट्टे होके भीख मांगते हो, शर्म नहीं आती है|"
इसका श्रेय जाता है अक्षय को जो मेरे कॉलेज का मित्र था|
हिन्दी की परीक्षा देकर विद्यार्थी कक्षा से निकला और अपनी साईकल निकाली तो पता चला की पहियें में हवा नहीं है| वह अपनी साइकल घसीटता हुआ पञ्चर की दुकान पे पहुचा| उसने टेमरू ( इंदौरी शब्द - पञ्चर की दुकान पर बैटने वाले बालकों के लिये) से शुद्ध हिन्दी में कहा - "हे पवनठूसर, मेरी मानवचालित द्विचक्री वाहनी के द्वितीय चक्र में से पवन का पलायन हो चुका है, अतः आप से करबद्ध होकर निवेदन है की आप अपने पवनठूसक यंत्र से तनिक पवन का प्रवेश करायें|"
टेमरू ने जवाब दिया - "हट्टे कट्टे होके भीख मांगते हो, शर्म नहीं आती है|"
इसका श्रेय जाता है अक्षय को जो मेरे कॉलेज का मित्र था|
शनिवार, 21 फ़रवरी 2004
हिन्दी की बातें
हिन्दी की बातें बहुत होती है।
हिन्दी में बातें कम होती है॥
- प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी
हिन्दी में बातें कम होती है॥
- प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी
शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2004
पुनः प्यासा
अर्ज किया है....
ये डॉक्यूमेंट, ये मीटींग, ये फीचर्स की दुनिया..
ये इन्सान के दुश्मन लम्बे घंटों की दुनिया..
ये डेडलाईन के भूखे मैनेजमेन्ट की दुनिया..
ये प्रोडक्ट अगर बन भी जाए तो क्या है....
ये प्रोडक्ट अगर बन भी जाए तो क्या है|
यहाँ पर खिलौना है प्रोग्रामर की हस्ती..
यहाँ बसती है फटीचर बग-फिक्सर की बस्ती..
यहाँ पर रेज़ज़ है इनफ्लेशन से सस्ती..
ये रिव्यूह अगर हो भी जाये तो क्या है..
ये रिव्यूह अगर हो भी जाये तो क्या है|
हर इक जिस्म घायल, हर इक रूह प्यासी..
दिमागों में उलझन, दिलों में उदासी..
ये ऑफिस है या आलम बदहवासी..
ये वर्झ़न अगर शिप हो जाये तो क्या है..
ये वर्झ़न अगर शिप हो जाये तो क्या है|
यहाँ हर चीज़ पैसे से है तोली जाती..
ये ऐसा बाज़ार है जहाँ हर चीज़ है बिकती..
ईमान का ना तो मौल है ना धर्म की हस्ती..
ये पैसा अगर मिल भी जाये तो क्या है..
ये पैसा अगर मिल भी जाये तो क्या है|
जला दो इसे फूँक डालो ये डॉक्यूमेन्ट..
जला दो... जला दो, फूँक डालो ये डॉक्यूमेन्ट..
मेरे सामने से हटा दो ये कमिट्मेन्ट..
तुम्हारा हैं तुम्ही सम्भालो ये डिपार्टमेन्ट..
ये गोली अगर चल भी जाये तो क्या है|
ये डॉक्यूमेंट, ये मीटींग, ये फीचर्स की दुनिया..
ये इन्सान के दुश्मन लम्बे घंटों की दुनिया..
ये डेडलाईन के भूखे मैनेजमेन्ट की दुनिया..
ये प्रोडक्ट अगर बन भी जाए तो क्या है....
ये प्रोडक्ट अगर बन भी जाए तो क्या है|
यहाँ पर खिलौना है प्रोग्रामर की हस्ती..
यहाँ बसती है फटीचर बग-फिक्सर की बस्ती..
यहाँ पर रेज़ज़ है इनफ्लेशन से सस्ती..
ये रिव्यूह अगर हो भी जाये तो क्या है..
ये रिव्यूह अगर हो भी जाये तो क्या है|
हर इक जिस्म घायल, हर इक रूह प्यासी..
दिमागों में उलझन, दिलों में उदासी..
ये ऑफिस है या आलम बदहवासी..
ये वर्झ़न अगर शिप हो जाये तो क्या है..
ये वर्झ़न अगर शिप हो जाये तो क्या है|
यहाँ हर चीज़ पैसे से है तोली जाती..
ये ऐसा बाज़ार है जहाँ हर चीज़ है बिकती..
ईमान का ना तो मौल है ना धर्म की हस्ती..
ये पैसा अगर मिल भी जाये तो क्या है..
ये पैसा अगर मिल भी जाये तो क्या है|
जला दो इसे फूँक डालो ये डॉक्यूमेन्ट..
जला दो... जला दो, फूँक डालो ये डॉक्यूमेन्ट..
मेरे सामने से हटा दो ये कमिट्मेन्ट..
तुम्हारा हैं तुम्ही सम्भालो ये डिपार्टमेन्ट..
ये गोली अगर चल भी जाये तो क्या है|
इंडिया शाइनिंग - भारत उदय
कृपया हास्य रस के साथ पढिये - यह राजनीती पर टिप्पणी नहीं है
भारत के विकास का रहस्य हमारे प्रधानमंत्रीजी हैं -
जिनके सर पर चांदी, मुहँ में स्वर्ण (silver hair and gold tooth)
पैर में लोहा (steel rod)
बालों में तेल और पेट में वायु (oil and natural gas)
भई अब देश की उन्नति का रहस्य जान गये ?
भारत के विकास का रहस्य हमारे प्रधानमंत्रीजी हैं -
जिनके सर पर चांदी, मुहँ में स्वर्ण (silver hair and gold tooth)
पैर में लोहा (steel rod)
बालों में तेल और पेट में वायु (oil and natural gas)
भई अब देश की उन्नति का रहस्य जान गये ?
गुरुवार, 19 फ़रवरी 2004
हर सोमरस में भगवान
जिन (Gin) में बसी जानकी, रम (Rum) में बसे राम|
विस्की (Whisky) में बसे विष्णु, शैम्पेन (Champagne) में बसे श्याम|
किस किस का त्याग करूँ, हर बोतल में भगवान|
ये मेरा कहना नहीं है, चंद्रशेखर ने भेजा है ....
विस्की (Whisky) में बसे विष्णु, शैम्पेन (Champagne) में बसे श्याम|
किस किस का त्याग करूँ, हर बोतल में भगवान|
ये मेरा कहना नहीं है, चंद्रशेखर ने भेजा है ....
गीता सारांश
चंद्रशेखर ने आज दुपहर मुझे ये भेजा...
गीता सारांश
कोड तो मोहमाया है|||
आज तुम कोडिंग करते हो, कल कोई और करेगा|
बग ही जीवन का सत्य है|
वोह कल भी था, आज भी है, और कल भी रहेगा|||
तुम सोचते हो की तुमनें बग ठीक कर दिया,
तो गलत सोचते हो....वोह तो निरंतर है,
नये नये रूप में तुम्हारे सामने आता रहेगा|
इसलिये.. कोड करते जाओ और बग की चिन्ता मत करो|
(हरी ऊँ की तर्ज़ पर) हरी होम (Hurry Home)
धन्यवाद किसी जीतू को जिनका नाम प्रारंभिक विपत्र पर मुद्रित था|
गीता सारांश
कोड तो मोहमाया है|||
आज तुम कोडिंग करते हो, कल कोई और करेगा|
बग ही जीवन का सत्य है|
वोह कल भी था, आज भी है, और कल भी रहेगा|||
तुम सोचते हो की तुमनें बग ठीक कर दिया,
तो गलत सोचते हो....वोह तो निरंतर है,
नये नये रूप में तुम्हारे सामने आता रहेगा|
इसलिये.. कोड करते जाओ और बग की चिन्ता मत करो|
(हरी ऊँ की तर्ज़ पर) हरी होम (Hurry Home)
धन्यवाद किसी जीतू को जिनका नाम प्रारंभिक विपत्र पर मुद्रित था|
बुधवार, 18 फ़रवरी 2004
विपरीथ-पथ सनसनाना (trackback ping)
चूंकी विपरीथ-पथ तकनीक मूवेबल-टाइप द्वारा विकसित की गयी थी, मेरे ख्याल से यह मूवेबल-टाइप पर एकीकृत है| समस्या ब्लौगर की यह है की विपरीथ-पथ सनसनाहट (trackback ping) कैसे की जाये? इस के लिये "स्वतन्त्र" विपरीथ पथ सनसनाहट जालस्थल की आवश्यक्ता है| इसी प्रकार का जालस्थल है http://www.aylwardfamily.com/content/tbping.asp| इसका प्रयोग कर के आप विपरीथ पथ भेज सकते हैं| इसे प्रयोग करने के लिये आपके जालस्थल पर विपरीथ पथ स्थापित करने की आवश्यक्ता नहीं है, पर हाँ आपकी स्थीईकडी (Permalink) ज़रूर होनी चाहिये| आशा करता हूँ की यह जानकारी लाभदायक होगी|
और हाँ, महाशिवरात्री की शुभकामनाएँ|
और हाँ, महाशिवरात्री की शुभकामनाएँ|
श्लोक
कथा कुछ यूँ है की वेद व्यास जी ने जब महाभारत लिखने की सोची तो उन्हें एक अच्छे लेखक की जरूरत पडी, तो उन्होने गणेशजी से अनुरोध किया| गणेशजी ने व्यासजी के समक्ष एक शर्त रखी की व्यासजी निरंतर लिखाते रहें, यदि वे थम गये तो गणेशजी आगे नहीं लिखेंगे| व्यासजी के सामने यह एक सम्सया बन गयी| तब व्यासजी ने भी एक शर्त रखी की गणेशजी तभी लिखेंगे जब उन्हें श्लोक का अर्थ समझ में आयेगा| इसलिये कहा जाता है की हर 1000 एक श्लोकों के बाद कुछ श्लोकों का अर्थ अत्यंत ही गूढ होता है| शायद उस समय व्यासजी अपनी नित्यक्रिया निबटाते थे|
ठीक इसी तरह मेरी कंपनी के शिक्षक विध्यार्थीओं को "श्लोक" (assignment) देकर कक्षा से बाहर आतें है और अपने अन्य काम निबटाते हैं :)
ठीक इसी तरह मेरी कंपनी के शिक्षक विध्यार्थीओं को "श्लोक" (assignment) देकर कक्षा से बाहर आतें है और अपने अन्य काम निबटाते हैं :)
मंगलवार, 17 फ़रवरी 2004
मिल गया
भई कहने की देरी थी और गूगल भैया ने खोज भी दिया| http://www.rawthought.com/projects/kablog/ एक मॉबब्लौग है जो मोबाइल फोन से चिट्ठाकारी करने देता है| अब देखना यह है की यह हिन्दी समर्थित है या नहीं| आशा तो कम ही है|
नोकिया 3650 से चिट्ठाकारी ?
बैठे बैठे मन में यह ख्याल आया की नोकिया 3650 जीपीआरएस के माध्यम से चिट्ठाकारी की जा सकती है| नोकिया 3650 सिम्बियन पे आधारित है जो सी++ और जावा J2ME का समर्थन करता है| तो क्यों ना इस प्रकार के सोफ्टव्यैर को खोजा जाये| नहीं मिला तो सी++ में लिखने की कोशिश की जाये? हालांकी मैंने सिम्बियन पर कोई तीर नहीं मारे हैं, पर हो सकता है की पॉकेटपीसी प्रोग्रामिंग का अनुभव काम में आ जाये ?
नीलदंत इकाई
भई, आज मेरे लैपटॉप की नीलदंत-इकाई (bluetooth module) आ ही गयी. HP nx7000 में नीलदंत-इकाई आती तो है लेकिन सिर्फ अमरीका में| मुझे यहां खास मंगवानी पड़ी| अब नोकिया 3650 के द्बारा जीपीआरएस के जरिये पूरे समय अंतर्जाल से जुडा रह सकता हूँ|
सोमवार, 16 फ़रवरी 2004
हो गया विपरीथ-पथ
कुछ कोशिशों का बाद विपरीथ-पथ (Trackback) स्थापित हो गया| कृपया टिप्पणी कर के बतायें कि प्रयास कैसा लगा|
ट्रैकबैक (विपरीथ-पथ?)
ब्लौगर ट्रैकबैक (Trackback) का समर्थन नहीं करता है लेकिन उसका विकल्प शायद http://trackback.org हो सकता है| शोध की आवश्यक्ता है| हम्म्म्म|
माईक्रोसोफ्ट ऑफिस हिन्दी संस्करण
मिड-डे पर यह खबर (http://www.mid-day.com/news/business/2004/february/76533.htm) पढ़ कर अत्यंत खुशी हई|
हिन्दी जालमुद्रिका
हिन्दी चिट्ठाकारों से प्रेरित होकर 'हिन्दी जालमुद्रिका' की रचना की गयी है| आशा है की सभी हिन्दी चिट्ठाकार इसमें सम्मलित होकर इसे बढावा देंगे| धन्यवाद|
शनिवार, 14 फ़रवरी 2004
नया जाल खोज इंजन
विविसिमो ऐक नया जाल खोजइंजन है जो परिणामों को ऐक नायाब तरीके से प्रस्तुत करता है| तरीका पसंद आया|
आपको कैसा लगा, कृपया टिप्पणी कर के बताऐं|
आपको कैसा लगा, कृपया टिप्पणी कर के बताऐं|
शुक्रवार, 13 फ़रवरी 2004
हिन्दी .नैट
मैंने कुछ चिट्ठे पहले माइक्रोसोफ्ट विझ्वल स्टूडियो .नैट के हिन्दी समर्थन की बात की थी| फिर दीपक ने हिन्दी इंटरफेस के बारे में कुछ जानकारियां दी| उसी तर्ज़ पर.... मेरे मित्र राज चौधरी (जो पहले माइक्रोसोफ्ट में काम करते थे) ने ऐक पूर्णत: हिन्दी.नैट भाषा का कम्पाईलर बनाया था| ये उस समय सिर्फ नमूना मात्र था, पर मैं चाहूँगा कि वह हमें उसके बारे में और जानकारी दें| राज ?
13 शुक्रवार
बाप रे| आज शुक्रवार 13 है लेकिन ये प्रथा तो पश्चिमी सभ्यता के अनुसार है, इसका हिन्दू सभ्यता मे कोई मान्य नहीं है| पर हो सकता है की भविष्य में वैलेन्टाईन और हैलोवीन जैसी प्रथाओं जैसे यह भी फेरहिस्त में जुड जायेगी|
हिन्दी इंटरफेस पैक
माईक्रोसोफ्ट का हिन्दी इंटरफेस पैक हिन्दी संस्करण के बराबर नहीं है| वो सिर्फ कुछ प्रतिरूपों (icons) को हिन्दी नाम देता है| हिन्दी संस्करण तो जब होगा तब सारे प्रतिरूप, आहारिका (menu), नामपत्र (label) इत्यादी सभी हिन्दी में दिखेंगे| शायद कोई माईक्रोसोफ्ट वाला बता पाये (दीपक?)
गुरुवार, 12 फ़रवरी 2004
हिन्दी चिट्ठाकारों की जालमुद्रा ?
हिन्दुस्तानी चिट्ठाकार != हिन्दी चिट्ठाकार |
हमें चाहिये की हिन्दी चिट्ठाकारी को प्रोत्साहित करने के लिये और हिन्दी चिट्ठाकारो को आसानी से ढूंढने के लिये एक हिन्दी जालमुद्रा (webring) की रचना की जाये |
आपकी क्या राय है ?
हमें चाहिये की हिन्दी चिट्ठाकारी को प्रोत्साहित करने के लिये और हिन्दी चिट्ठाकारो को आसानी से ढूंढने के लिये एक हिन्दी जालमुद्रा (webring) की रचना की जाये |
आपकी क्या राय है ?
तकनीकी शब्द रुपांतर की जटिलता
शायद अन्य हिन्दी चिट्ठाकार मेरी सहायता कर सकें| एक तो मे पिछले 20 साल से मुंबई के अंग्रेज़ीमय माहौल में हूँ, उपर से तकनीकी प्रशिषक होने के नाते मेरा माध्यम भी अंग्रेज़ी हो गया है| हिन्दी चिट्ठाकारी से अत्यंत हर्षोल्लास तो है, किन्तु समस्या ये है कि अधिकतर अंग्रेज़ी तकनीकी शब्दों के अनुवाद मुझें नहीं मालुम| यदि कहीं कोई अनुवाद सूची हैं तो कृपया बतोऐं| धन्यवाद|
यह हुई ना बात
बीबीसी - साडी पहन कर समाचार पढ़ कर अत्यंत हर्ष हुआ|
मेरी हिन्दी त्रुटियों के लिये क्षमा चाहता हूँ और आशा करता हूँ की पाठक मेरी गलतियाँ सुधारने में मदद करेंगे|
मेरी हिन्दी त्रुटियों के लिये क्षमा चाहता हूँ और आशा करता हूँ की पाठक मेरी गलतियाँ सुधारने में मदद करेंगे|
विझ्वल स्टूडियो का हिन्दी समर्थन
क्या आप यह बात जानते हैं की माइक्रोसोफ्ट विझ्वल स्टूडियो में आप अपने कार्यक्रम को हिन्दी में लिख सकते हैं ? मैं विन्डो कंट्रोल्स पर लेबल की बात ही नहीं कर रहा हूँ...
using System;
namespace सिनरजेटिक्स
{
class परीषण
{
static void Main(string[] args)
{
अनुमानप्रणाली();
}
private int अनुमानप्रणाली()
{
int योग = 0;
for (int ई = 1; ई < 10; ई++)
योग += ई;
return योग;
}
}
}
आपकी राय क्या है ?
using System;
namespace सिनरजेटिक्स
{
class परीषण
{
static void Main(string[] args)
{
अनुमानप्रणाली();
}
private int अनुमानप्रणाली()
{
int योग = 0;
for (int ई = 1; ई < 10; ई++)
योग += ई;
return योग;
}
}
}
आपकी राय क्या है ?
हिन्दी बनाम तमिल
http://www.joelonsoftware.com/ बहूत ही लोकप्रिय चिट्ठा है| उसकी लोकप्रियता इस बात से आंकी जा सकती है की वह कई भाषाओ में रूपांतरित किया जाता है| दुख की बात तो ये है की जहाँ उसका तमिल रुपांतर है, वहीं हिन्दी रुपांतर नदारद है :( देखा जाए तो तमिलभाषीयों की संख्या (6 करोड), हिन्दीभाषीयों की संख्या (40 करोड) से कहीं कम है| आपकी राय में जोएल हिन्दी रूपांतर क्यों नहीं प्रकाशित करते हैं ?
बुधवार, 11 फ़रवरी 2004
प्रथम चिट्ठा
कई हिन्दीभाषी चिट्ठाकारों से प्रेरित हो कर यह मेरा प्रयास है हिन्दी-चिट्ठाकारी मे| मैं हिन्दीप्रांती इंदौर का रहनेवाला था जो अब मुंबई में बस गया हूँ|
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