गुरुवार, 19 फ़रवरी 2004

हर सोमरस में भगवान

जिन (Gin) में बसी जानकी, रम (Rum) में बसे राम|
विस्की (Whisky) में बसे विष्णु, शैम्पेन (Champagne) में बसे श्याम|
किस किस का त्याग करूँ, हर बोतल में भगवान|

ये मेरा कहना नहीं है, चंद्रशेखर ने भेजा है ....

कोई टिप्पणी नहीं: